SB News Digital Desk, नई दिल्ली: अब एसी ट्रेन में सफर करना हुआ और भी आसान, रेलवे ने किराये में दी भारी रियायत, रेलवे ने किराए में एक बार फिर भारी रियायत दी है. इस छूट के बाद रेलवे के एसी कोच में सफर करना और सस्ता हो जाएगा. आइए जानते है कि रेलवे ने AC कोच में सफर करने के लिए कितनी छूट दी है.
भारतीय रेलवे (Indian Railway) ने एसी-3 क्लास के किराए में कटौती कर दी है. खास बात ये है कि किराया कम किया गया, लेकिन सुविधाएं बरकरार रहेंगी. यानि जैसे पहले तकिया-चादर आदि सामान मिलता था. उसमें कुछ भी बदलाव नहीं किया गया है. वहीं आपको बता दे कि एसी-3 इकोनॅामी क्लास (AC-3 Economy Class) में सफर के लिए पहले 70 रुपए कम चुकाने होंगे. रेलवे ने घटे हुए किराए की दर आज से ही लागू करने के लिए कहा है.
रेलवे ने लगभग 2 साल पहले ही सितंबर 2021 में AC-3 Economy Class की शुरुआत की थी. इसके पीछे रेलवे का उद्देश्य था कि यात्रियों को कम कीमत में ही एसी कोच में यात्रा कराना था. लेकिन इसके बावजूद भी यात्री इसमें सफर की कम दिलचस्पी दिखा रहे थे. जिसे देखते हुए रेलवे ने एसी-3 इकोनॅामी क्लास का किराया पहले से भी 60 से लेकर 70 रुपए प्रति टिकट कम कर दिया है. वहीं आपको बता दें कि यह किराया पूरे देश में मान्य होगा.
अक्सर देखा जाताा था कि जब भी रेलवे किराए में कटौती करता है तो कुछ सुविधाएं भी घटाई जाती थी. लेकिन इस बार सिर्फ किराया ही कम किया गया है. सुविधा जस की तस रखी गई हैं.
अब रिफ़ंड भी हुआ आसान
आपको बता दें कि रेलवे ने घटी हुई दरों को तुरंत लागू करने के आदेश दिये हैं. साथ ही ये भी कहा है कि यदि किसी ने टिकट करा ली है तो उन्हें रिफंड दिया जाएगा. यही नहीं इसमें दोनों प्रकार के टिकटों को शामिल किया गया है. यानि ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों प्रकार के टिकटों पर रिफंड नियम लागू होगा. साथ ही जिन लोगों ने काउंटर पर जाकर टिकट खरीदा है. उन्हें अपना रिफंड लेने के लिए वापस काउंटर पर ही जाना होगा.
AC-3 इकोनॉमी कोच की संख्या के बारे में जान लीजिए
आपको बता दें कि फिलहाल देश में AC-3 इकोनॉमी कोच की संख्या कुल 463 ही है. जबकि नॅारमल एसी कोच की संख्या इससे कई गुना ज्यादा है. आपको बता दें कि इकोनॅामी एसी कोच की सुविधा नॅारमल वाले से थोड़ी बेहतर होती है. आपको बता दें कि जब से वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन शुरू की गई थी तो दोनों के कोच को मर्ज कर दिया गया था. जिन्हें अब फिर से अलग-अलग करने का फैसला लिया गया है.